श्रीमद्भगवद्गीता - अथ तृतीयोऽध्यायः- कर्मयोग।।। astroclassess.blogspot.com9:34 PM (ज्ञानवान और भगवान के लिए भी लोकसंग्रहार्थ कर्मों की आवश्यकता) स्वामी धनञ्जय महाराज. http://www.sansthanam.com/ यस्त्वात्मरतिरेव स्यादात...Read More
श्रीमद्भगवद्गीता - अथ तृतीयोऽध्यायः- कर्मयोग ।। astroclassess.blogspot.com5:27 AM ( यज्ञादि कर्मों की आवश्यकता का निरूपण ) स्वामी धनञ्जय महाराज. http://sansthanam.com/ यज्ञार्थात्कर्मणोऽन्यत्र लोकोऽयं कर्मबंधनः ।...Read More