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परदे में बैठे बैठे यूँ ना मुस्कुराइए, आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ।।

परदे में बैठे बैठे यूँ ना मुस्कुराइए, आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ।। parde me baithe baithe yun na muskuraiye



परदे में बैठे बैठे यूँ ना मुस्कुराइए,
आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ।

पर्दा तेरा हमे नहीं मंजूर सांवरे,
बैठा है छुप के दीवानो से क्यों दूर सांवरे ।
मैं भी तो आया दो कदम, ज़रा तुम भी बढ़ाइए,
आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ॥
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हम चाहने वाले हैं तेरे, हमे है तुमसे मोहब्बत,
कर दो करम ज़रा दिखा दो, अब सांवरी सूरत ।
प्यासी निगाहे दीद की, जरा नजरे मिलाइए,
आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ॥

तेरी इक झलक को प्यारे मेरा अब दिल बेकरार है,
दीदार की तमन्ना मुझे अब तेरा इंतजार यही ।
रह रह के हमे इस तरह, यूँ न सताइए,
आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ॥

तू ही जिंदगी है बंदगी, तू ही आरजू हमारी,
अरमान मेरे दिल का करो पूरा बांके बिहारी ।
‘चित्र विचत्र’ को अपने प्रेम का पागल बनाइये ,
आ गए तेरे दीवाने ज़रा पर्दा हटाइए ॥
Swami Dhananjay Maharaj
क्योंकि प्यारे ! आपके बिना हमारा कोई आस्तित्व ही नहीं बचता ।।


जय जय श्री राधे ।।
जय श्रीमन्नारायण ।।

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